नकली पुलिस बनकर की 48 हजार की ठगी, अब चढ़े असली पुलिस के हत्थे
पेटलावद. (जितेश विश्वकर्मा)झाबुआ जिले के पेटलावद तहसील अंतर्गत एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां चार बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर एक वाहन चालक से चाकू की नोक पर 48 हजार रुपए ठग लिए। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी, लेकिन पुलिस की तत्परता से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अभी भी फरार हैं। मामला 19 मई का है और पुलिस की कार्यवाही अब तेजी से आगे बढ़ रही है।
घटना का विवरण
फरियादी सुखराम पिता थावरिया गामड़ निवासी ग्राम मोगरी अपनी पिकअप वाहन में जलाऊ लकड़ी भरकर कहीं जा रहे थे। जैसे ही वह सारंगी चौकी क्षेत्र के पास पहुंचे, तभी चार अज्ञात बदमाशों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए चाकू दिखाया और पिकअप की चाबी तथा मोबाइल फोन छीन लिया। उन्होंने सुखराम को धमकाते हुए कहा कि वाहन में लकड़ी अवैध रूप से ले जाई जा रही है और अगर उन्होंने सहयोग नहीं किया तो वाहन जब्त कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
डरे हुए सुखराम को बदमाशों ने मोबाइल फोन से 48,001 रुपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। इसके बाद वे घटनास्थल से फरार हो गए। घटना के बाद सुखराम ने नजदीकी पुलिस चौकी सारंगी में पहुंचकर मामला दर्ज कराया।
पुलिस की तत्परता से बदमाश गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही सारंगी पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस चौकी प्रभारी दीपक देवरे के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई जिसने जांच शुरू की। फरियादी से मिले विवरण और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली।
एसपी पद्मविलोचन शुक्ल, एडिशनल एसपी पी.एल. कुर्वे और एसडीओपी कमलेश शर्मा के निर्देशन में नगर निरीक्षक निर्भयसिंह भूरिया और उनकी टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मनीष पिता आनंदीलाल शर्मा उम्र 24 वर्ष, निवासी बनी रायपुरिया, जसू उर्फ जसवंत पिता रमेश भाबर उम्र 18 वर्ष, निवासी बनी रायपुरिया इनके पास से चाकूनुमा छुरा बरामद किया गया है, जिसे वारदात में प्रयोग किया गया था। दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
फरार आरोपी और आगे की कार्यवाही
घटना में शामिल दो अन्य आरोपी भारत डामर एवं अजमेर ताड़ अभी फरार हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ सख्त तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और उम्मीद जताई है कि उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत कर आरोपियों को रिमांड पर लिया है ताकि उनसे और पूछताछ की जा सके और इनके गिरोह की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इन्होंने पहले भी इस तरह की वारदात की है या किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं।
स्थानीय लोगों में रोष और चिंता
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में रोष और चिंता का माहौल है। नकली पुलिस बनकर अपराध करने की यह घटना लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर रही है। लोगों ने मांग की है कि पुलिस गश्त को और अधिक मजबूत किया जाए ताकि ऐसे अपराधियों पर लगाम लगाई जा सके।
पुलिस की सतर्कता से अपराधियों पर लगाम
इस पूरे मामले में पुलिस की तत्परता और सक्रियता की सराहना की जा रही है। मात्र दो दिनों में आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस की कुशल कार्यशैली का परिचय मिला है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि आम जनता को भी जागरूक रहने की आवश्यकता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए।
पुलिस द्वारा अपील
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर किसी प्रकार की मांग करे या धमकाए, तो तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत करें। असली पुलिस किसी भी नागरिक से इस तरह की जबरन उगाही नहीं करती। यदि पुलिस को किसी कार्रवाई की आवश्यकता होती है, तो वे वर्दी में, पहचान पत्र के साथ और उचित प्रक्रिया के तहत ही कार्य करते हैं।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla
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