शिक्षा के महत्व पर जागरूकता कार्यक्रम: चैनपुरा में पालक बैठक, रैली और सामूहिक संकल्प
चैनपुरा, झाबुआ: मंगल सिंह की रिपोर्ट 27 मई 2025 –कार्यक्रम की शुरुआत एक पालक बैठक से हुई, जिसमें बच्चों के अभिभावकों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। बैठक में उपस्थित पालकों को “सक्षम” कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें बच्चों की समग्र सुरक्षा, विकास और शिक्षा से जुड़े पहलुओं पर चर्चा हुई।
पालकों को बच्चों के मौलिक अधिकारों की जानकारी देते हुए बताया गया कि शिक्षा न केवल एक अधिकार है, बल्कि यह उनके सर्वांगीण विकास का आधार भी है। सामुदायिक युवा कार्यकर्ता रामू देवल ने बताया कि बच्चों की शिक्षा और उनके सामाजिक वातावरण के प्रति अभिभावकों की जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी साझा किया कि किस प्रकार कम्युनिटी यूथ लीडर बच्चों और पालकों के बीच सेतु का कार्य करते हैं, और कैसे वे विभिन्न समस्याओं के समाधान में सहायक बनते हैं।
इस अवसर पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर की जानकारी भी दी गई ताकि किसी भी प्रकार की शिक्षा संबंधी समस्या या सुरक्षा चिंता होने पर पालक तुरंत संपर्क कर सकें।
बैठक में बच्चों के लिए सुरक्षित एवं असुरक्षित वातावरण की पहचान करना भी एक महत्वपूर्ण विषय रहा। इसके माध्यम से पालकों को यह समझाया गया कि कैसे वे अपने बच्चों के आसपास के वातावरण पर नजर रख सकते हैं और किस प्रकार से असुरक्षित परिस्थिति में उचित कदम उठा सकते हैं। साथ ही, आगामी समर कैंप के आयोजन और उसके उद्देश्यों की भी जानकारी दी गई, जो बच्चों के व्यक्तित्व विकास एवं रुचि आधारित सीखने में सहायक सिद्ध होगा।
पालकों ने इन सभी विषयों पर सहमति जताई और एक हस्ताक्षर अभियान में भाग लेते हुए यह संकल्प लिया कि वे अपने बच्चों की शिक्षा में कोई कमी नहीं आने देंगे और उन्हें पूर्ण समर्थन देंगे।
बैठक के बाद, समुदाय को शिक्षा के महत्व से अवगत कराने हेतु एक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में बच्चों, अभिभावकों और कम्युनिटी यूथ लीडर सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। “पढ़ेगा इंडिया, बढ़ेगा इंडिया”, “शिक्षा है अनमोल रतन, पढ़ना-लिखना है जीवन धन” जैसे नारों से पूरा गांव गूंज उठा। यह रैली न केवल एक प्रतीक थी, बल्कि शिक्षा के प्रति सामूहिक जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गई।
इस कार्यक्रम में विशेष योगदान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रवि प्रताप सिंह तोमर और ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती पूजा साहू का रहा, जिन्होंने अपने मार्गदर्शन से कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके नेतृत्व में कार्यक्रम ने अपने उद्देश्यों को सार्थक रूप दिया।
साथ ही, सामुदायिक युवा कार्यकर्ता रामू देवल ने आयोजन की पूरी रूपरेखा को क्रियान्वित करने में अथक परिश्रम किया। स्थानीय प्रशासन, ग्राम पंचायत एवं शिक्षकों के सहयोग ने इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाया।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित पालकों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजेंगे, उनकी पढ़ाई में रुचि लेंगे और शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
इस तरह चैनपुरा गांव में आयोजित यह कार्यक्रम शिक्षा के प्रति एक नई सोच और दिशा का वाहक बना। इसने यह स्पष्ट कर दिया कि जब समाज, प्रशासन और पालक एक साथ मिलकर प्रयास करते हैं, तो हर बच्चा उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर होता है।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla
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