झाबुआ जिले में तहसीलवार वर्षा का ब्योरा

झाबुआ जिले में 24 घंटे में  अब तक कुल 297.95 मिमी बारिश दर्ज  पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक

झाबुआ, 28 जून 2025 (सम्यक दृष्टि न्यूज़)

मानसून की चाल झाबुआ जिले में अब धीरे धीरे बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में जिले में औसतन मात्र 0.37 मिमी वर्षा दर्ज की गई। यह आंकड़ा खेती-किसानी की दृष्टि से ठीक है, क्योंकि इस समय अधिकांश किसान बुवाई की प्रतीक्षा में हैं ताकि खेती का कार्य सुचारु रूप से प्रारंभ हो सके।

जिला भू-अभिलेख कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 27 जून सुबह 8 बजे से 28 जून सुबह 8 बजे तक केवल झाबुआ तहसील में 2.20 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अन्य सभी तहसीलों – रामा, राणापुर, मेघनगर, थांदला और पेटलावद – में वर्षा का स्तर शून्य रहा, जिससे कुल वर्षा का औसत 0.37 मिमी बना।

जून माह में अब तक की स्थिति संतोषजनक

जहां एक ओर बीते 24 घंटे की वर्षा बेहद कम रही है, वहीं 1 जून से 28 जून 2025 तक की औसत वर्षा 297.95 मिमी रही है, जो सामान्य औसत से अधिक मानी जा रही है। ये आंकड़े बीते वर्ष की तुलना में भी काफी बेहतर हैं, जब इसी अवधि में जिले में केवल 113.68 मिमी औसत वर्षा हुई थी। यानी इस बार लगभग ढाई गुना अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

तहसीलवार वर्षा का ब्योरा इस प्रकार है:-

  • झाबुआ – 373.00 मिमी
  • रामा – 298.10 मिमी
  • राणापुर – 289.40 मिमी
  • मेघनगर – 363.20 मिमी
  • थान्दला – 284.20 मिमी
  • पेटलावद – 179.80 मिमी

इन सभी तहसीलों में मिलाकर अब तक कुल 1787.70 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जिससे जिले का औसत बनता है 297.95 मिमी

कृषि पर प्रभाव और प्रशासन की तैयारी

कम वर्षा वाले क्षेत्रों, खासकर पेटलावद और थांदला में किसानों ने अभी तक बड़े पैमाने पर बुआई कार्य प्रारंभ नहीं किए हैं। कृषि विभाग के अनुसार, यदि जुलाई के पहले सप्ताह में बारिश सामान्य रूप से नहीं हुई, तो किसानों को वैकल्पिक फसल योजना अपनानी पड़ सकती है।

कृषि विज्ञान केंद्र व जिला कृषि कार्यालय किसानों को जल संरक्षण, नमी प्रबंधन और वैकल्पिक फसलों के संबंध में सलाह दे रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने मौसम की स्थिति पर नजर रखते हुए जल स्रोतों की सफाई, तालाबों में पानी भराव और बीज भंडारण की स्थिति की समीक्षा शुरू कर दी है।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुमान के अनुसार, आगामी 3–5 दिनों में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाले नमी भरे बादलों के असर से वर्षा की स्थिति में सुधार हो सकता है। यदि यह अनुमान सटीक बैठता है, तो जिले में बुआई का कार्य समय पर प्रारंभ हो सकेगा।

झाबुआ जिले में जून माह में अब तक अच्छी वर्षा हुई है, लेकिन हाल की सुस्ती चिंता का विषय है। किसानों की निगाहें अब आने वाले दिनों के मौसम पर टिकी हैं। जिला प्रशासन ने भी पूरी तैयारियां कर ली हैं ताकि किसी भी आपात या सूखा जैसी स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।

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