पहलगाम आतंकी हमले से देश में रोष: भोला भंडारा परिवार ने थांदला में किया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला दहन, शहीद सैलानियों को दी श्रद्धांजलि
सम्यक दृष्टि न्यूज़थांदला. जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम क्षेत्र में गत 22 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। विभिन्न प्रांतों से आए निर्दोष सैलानियों पर हुए इस कायराना हमले में 26 लोगों ने अपनी जान गँवाई। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा, जो कि 3 जुलाई से आरंभ होने वाली है, की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही थीं। आतंकियों द्वारा यात्रियों को निशाना बनाए जाने की इस घटना से देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। जगह-जगह श्रद्धांजलि सभाएँ, विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।
इसी क्रम में, थांदला के भोला भंडारा परिवार ने भी अपनी गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर विरोध जताया। थांदला के आजाद चौक पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। पाकिस्तान मुर्दाबाद के गगनभेदी नारों के बीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ भोला भंडारा परिवार के सदस्यों ने देशभक्ति का परिचय देते हुए शहीद सैलानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम की शुरुआत 2 मिनट के मौन से हुई, जिसमें सभी उपस्थितजन ने दिवंगत आत्माओं की शांति और उन्हें बाबा अमरनाथ के श्रीचरणों में स्थान मिलने की प्रार्थना की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है और निर्दोष नागरिकों की हत्या करना किसी भी प्रकार से न्यायसंगत नहीं हो सकता। साथ ही उन्होंने सरकार से आतंकवाद के खिलाफ और अधिक कठोर कदम उठाने की माँग की।
भोला भंडारा परिवार के सक्रिय सदस्य श्रीमंत अरोरा, सुधीर शर्मा, एम.डी. चौहान, मनोज उपाध्याय, आत्माराम शर्मा, पवन नाहर, मोहन चौहान, मनीष अहिरवार, राजेश डामर, अक्षय भट्ट, विजय मिस्त्री, मनीष वाघेला, नीरज सोलंकी, मोंटू उपाध्याय, सुनीता पवार, नटवर पवार, डॉक्टर पंकज खतेड़िया सहित अनेक लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और पाकिस्तान के खिलाफ गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
पुतला दहन के बाद सभा को संबोधित करते हुए श्रीमंत अरोरा ने कहा कि "हम अपने देश के शहीद सैलानियों को सलाम करते हैं। वे तीर्थ के पवित्र उद्देश्य से निकले थे और उन पर कायरतापूर्ण हमला किया गया। यह हमला पूरे देश पर हमला है। आज यहाँ उपस्थित होकर हम यह संदेश दे रहे हैं कि हम एकजुट हैं और अपने वीर सपूतों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।"
वहीं सुधीर शर्मा ने भी जोर देते हुए कहा कि "सरकार को चाहिए कि ऐसे हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकियों और उनके सरपरस्तों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे। भारत अब चुप बैठने वाला देश नहीं है। हमारे धैर्य की परीक्षा लेने वालों को करारा जवाब मिलेगा।"
मनोज उपाध्याय और आत्माराम शर्मा ने कहा कि "हमारी श्रद्धांजलि तभी सार्थक होगी जब हम आतंकवाद को जड़ से खत्म कर सकेंगे। इसके लिए हमें एकजुट होकर समाज के हर स्तर पर जागरूकता फैलानी होगी।
पवन नाहर और मोहन चौहान ने उपस्थित युवाओं से आह्वान किया कि वे देश की रक्षा और समृद्धि के लिए सदैव तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि शहीद सैलानियों का बलिदान हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ाता है और हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम देश के लिए हर संभव बलिदान देने को तैयार रहें।
विजय मिस्त्री और मनीष वाघेला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि "आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। यह एक अभिशाप है, जिसे समाप्त करना पूरे मानव समाज का दायित्व है। हम अपने निर्दोष सैलानियों की हत्या को कभी नहीं भूलेंगे।"
नीरज सोलंकी, मोंटू उपाध्याय, सुनीता पवार, नटवर पवार और डॉक्टर पंकज खतेड़िया ने भी उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए इस वीभत्स घटना की कड़े शब्दों में निंदा की और शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने हाथ उठाकर एक स्वर में यह शपथ ली कि देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए हर कदम पर एकजुट रहेंगे और आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष जारी रखेंगे। साथ ही पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद के खिलाफ अपने आक्रोश को हर मंच पर व्यक्त करते रहेंगे।
भोला भंडारा परिवार का यह आयोजन एक संदेश बनकर उभरा कि भारतवासी हर संकट की घड़ी में एकजुट हैं और आतंकवाद जैसी कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla
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