तपस्वी नव्या शाहजी ने की 31 उपवास की तपस्या पूर्ण जयकार यात्रा निकली, तपस्वी का हुआ बहुमान
थांदला. आचार्यश्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा 4 पौषध भवन स्थानक पर सुखसाता पूर्वक विराजित है। साध्वी मंडल के सानिध्य में यहां प्रात: राई प्रतिक्रमण, प्रार्थना के बाद व्याख्यान प्रात: 9 से 10 बजे तक, दोपहर में वाचनी, ज्ञान चर्चा, शाम को देवसीय प्रतिक्रमण, कल्याण मंदिर, चौवीसी व गुरु गुणगान आदि विविध आराधनाएं हो रही है। जिसमें श्रावक, श्राविकाएं व बच्चें उत्साहपूर्वक अपने अपने समय एवं यथा शक्ति आराधना कर रहे है। श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण दौलत भवन पर व श्राविका वर्ग का प्रतिक्रमण पौषध भवन पर हो रहा हैं। यहां श्रीसंघ में त्याग तपस्या का दौर निरंतर जारी है। आराधक तपस्या में रम रहे है। इस प्रसंग पर तपस्या के क्रम में केवल अचित जल के आधार पर निराहार रहते हुए तपस्वी नव्या मनीष शाहजी ने 3१ उपवास मासक्षमण की कठोर तपस्या पूर्ण की । वे पूर्व में कई तपस्या पूर्ण कर चुकी है । श्री ललित जैन नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष रवि लोढा व सचिव संदीप शाहजी ने बताया कि वर्षावास का यह पांचवां मासक्षमण पूर्ण हुआ। मासक्षमण तपस्वी नव्या शाहजी के तप के अनुमोदनार्थ तपस्वी की जयकार यात्रा निवास स्थान आजाद मार्ग से निकली। यात्रा में बडी संख्या में श्रावक श्राविकाएं एवं बच्चे शामिल हुए। यात्रा के दौरान श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ की ओर से नयापुरा स्थित मंदिर पर तपस्वी का बहुमान किया गया। शोभा यात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई पौषध भवन पर पहुंचकर बहुमान समारोह में परिवर्तित हो गई। बहुमान समारोह को साध्वी निखिलशीलाजी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि तप करना कोई सरल बात नही है। मन मजबूत होता है तो ही तप आराधना होती है। तप से कर्मो का क्षय होता है। साध्वीजी ने तपस्वी व तपस्वी के परिवार को खूब-खूब धन्यवाद दिया। साध्वी प्रियशीलाजी व दीप्तिजी ने भी सभा को संबोधित करते हुए तपस्वी के तप की खूब-खूब अनुमोदना की। तपस्वी नव्या शाहजी का किरण छाजेड़ ने 11 उपवास की बोली लेकर शॉल ओढाकर माला पहनकर बहुमान किया। श्रीसंघ की ओर से तपस्वी नव्या शाहजी को अभिनन्दन पत्र श्रीसंघ के अध्यक्ष भरत भंसाली, पूर्व अध्यक्षद्वय नगीन शाहजी, रमेशचन्द्र चौधरी, महेश व्होरा, जितेन्द्र घोड़ावत, कोषाध्यक्ष संतोष चपलोत व अन्य पदाधिकारियों व नवयुवक मंडल के पदाधिकारियों ने भेट किया। तपस्वी का तेरापंथ सभा, श्री ललित जैन नवयुवक मण्डल, श्री धर्मलता जैन महिला मण्डल आदि विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संस्थाओ ने भी तपस्वी का बहुमान किया। साथ ही गादिया परिवार, घोडावत परिवार व भंसाली परिवार सहित कई परिवारों द्वारा भी बहुमान किया गया।
मंगल कामना व्यक्त की
सभा में श्रीसंघ के अध्यक्ष भरत भंसाली ने श्रीसंघ की ओर से तपस्वी को उनके तप के लिये खूब खूब धन्यवाद दिया व मंगल कामना व्यक्त की। सभा में नव्या शाहजी मित्र मंडल ने तप की महत्वता पर नाट्य प्रस्तुति दी। गरिमा बाफना व रानी श्रीश्रीमाल धार, किंजल धोका रतलाम ने अपने विचार व्यक्त किए। धरा शाहजी, मनोज्ञा जैन, विरती मोदी, आचल मेहता सैलाना ने स्तवन प्रस्तुत किया। संचालन श्रीसंघ के सचिव प्रदीप गादिया ने किया।


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