जड़ के लिए चेतन से संबंध मत बिगाड़ना

 प्रवचन खिरकिया, 22 मार्च 2023

जड़ के लिए चेतन से संबंध मत बिगाड़ना

प्रखर वक्ता पूज्य गुरुदेव  श्री गुलाब मुनि जी महाराज साहब ने उक्त बात खिड़कियां के धर्म स्थान में फरमातें हुए कहा कि  कर्म उदय में आए तो भुगतान करना ही होगा समझ का अभाव ज्ञान का अभाव धैर्यता के अभाव और सहनशीलता के अभाव में जीव दुख आने पर घबरा जाता है और नए कर्म बंध कर लेता है। लोग कहते हैं साढ़ेसाती लग गई साढ़ेसाती किसी को नहीं लगती, लगती है तो आठ्ठी अर्थात 8 कर्म, टेंडर खुला तो भागा भागी मत करो शांति से धर्म ध्यान करो आठ्ठी का प्रभाव कम हो जाएगा। जैनियों का पर्व पर्यूषण पर्व पर इस पर्व को अन्य धर्म वाले स्वीकार नहीं करते पर जैन ने सभी को स्वीकार किया गंगा गए तो गंगादास जमुना गए तो जमुनादास और मथुरा गए तो मथुरा दास धर्म के नाम पर भगवान के नाम पर मनौती के नाम पर नारियल मत फोड़ना वरना माथा फूट जाएगा जिसने फोड़ा उसका टेंडर खुल जाएगा मुश्किल होगी। उस एकेंद्रीय जीव ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा ? घर में नींबू मिर्ची बांधना भी मिथ्यात्व है।  दुनिया झुकती है झुकाने वाला चाहिए हम तो आपके कल्याण मित्र बनकर आए हैं हमारा कोई स्वार्थ नहीं  निष्काम और निस्वार्थ बुद्धि से आप के हित की बात बताते हैं। नजर मारना, मुठ मारना कुछ नहीं होता। मंत्र तंत्र विद्या इन सब का प्रभाव भगवान के निर्माण के 992 वर्ष बाद तक था। उसके बाद कोई विद्या कोई लब्धि नहीं है आज भगवान के निर्माण को 2549 वर्ष हो गए हैं। श्रेष्ठ प्रार्थना करनी है तो वीतराग की प्रार्थना करो मंत्र तंत्र छंद स्तुति यह सब छद्ममस्त की प्रार्थना है छद्ममस्त की प्रार्थना कर क्यों मांगीलाल बन रहे हो भगवान ने कहा मेरा नाम लेने से काम नहीं चलेगा मैंने जो कहा है वह करोगे तो बेड़ा पार होगा। व्यक्ति कितना मायावी है भगवान को भी ठगने से पीछे नहीं हटता, कोई भी अच्छा कार्य किया बंगला बनाया तो कहेंगे मैंने बनाया और किन्ही कारणों से रात को भूकंप आने से बंगला गिर गया तो कहेंगे भगवान आपने यह क्या किया लड़का पैदा किया तो कहेंगे मैंने किया और अगर वह लड़का शांत हो जाता है तो कहेंगे भगवान आपने क्यों उठा लिया आप बताएं कि अच्छा काम करने वाला बड़ा की खोटा काम करने वाला बड़ा ? अब भगवान तो आपके हिसाब से खोटा काम करते हैं तो क्या आप भगवान से भी बड़े, कितनी माया है मानव में । संपत्ति भी हमेशा नहीं रहती आज है कल नहीं। जो पूर्वज कल सोने की थाली में जीमते थे आज उनके अग्रज के पास टीन की थाली भी नहीं निस्वार्थ भावना से और निष्काम बुद्धि से सत्कार्य करेंगे तो उसी भव में उदय में भी आ सकते हैं। इसलिए जड़ के लिए चेतन से संबंध मत बिगाड़ना। रेमंड कंपनी के मालिक सिंघानिया ने अपने पिताजी को घर से निकाल दिया और स्वयं करोड़ों के बंगले में रहता और पिताजी छोटे से मकान में क्यों निकाला ? क्योंकि पिछले भव में उन्होंने  भी उसे निकाला होगा उसका चुकारा नहीं किया होगा ऐसे में बेटा बेटी पत्नी बन कर आएंगे और अपना पूरा कर्जा लेकर जाएंगे।  पहले तो खोटे काम करेंगे फिर देवी देवताओं के पास मान मनौतिया करने जाएंगे सहन करना सीखे धैर्य बढ़ाएं तभी कर्म निर्जरा होगी।

पूज्य श्री कैलाश मुनि जी महाराज साहब ने फरमाया आज नया वर्ष है गुड़ी पड़वा क्या प्रार्थना करना धन मिले यह भाग्य की बात है पर स्वयं को बदलना है यह अपने हाथ की बात है। प्रार्थना करना कि स्वयं के जीवन में बदलाव आए, बदलाव आएंगे तो हमारी दशा और दिशा दोनों बदल जाएगी भगवती सूत्र में बताया है मां सोती है तो गर्भ का बच्चा भी सोता है मां रोती है तो गर्भ का बच्चा भी रोता है मां जो खाती है बच्चा भी वही खाता है इस तरह मां के हर आचरण का प्रभाव बच्चे पर पड़ता है इसीलिए कहा है कि गर्भ का बच्चा भी चारों गतियों में जा सकता है l

 संकलनकर्ता :-🖋️रश्मि श्रीश्रीमाल खिरकिया

 डा. निधि जैन

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