पेटलावद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का भव्य स्वागत,
345 करोड़ से अधिक के 72 विकास कार्यों का किया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री का स्वागत जिले की परंपरागत संस्कृति और आदिवासी धरोहर के अनुरूप ढोल-मांदल की थाप पर किया गया। आत्मीय माहौल में मुख्यमंत्री खुद को भी वाद्ययंत्र बजाने से रोक नहीं पाए और उत्साह के साथ ढोलक की थाप पर शामिल हुए। यह दृश्य उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर गया।
पेटलावद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 345 करोड़ से अधिक के 72 विकास कार्यों का किया भूमिपूजन और लोकार्पणमंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने किया स्वागतमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के स्वागत में जिले और प्रदेश के कई वरिष्ठ मंत्री व अधिकारी मौजूद रहे।
जिले के जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी मुख्यमंत्री का हार्दिक स्वागत किया।
प्रदर्शनियों का किया अवलोकन
पेटलावद आगमन के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए थीम आधारित प्रदर्शनों का अवलोकन किया। विभागों द्वारा जिले की विशिष्टताओं और योजनाओं को रचनात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसकी मुख्यमंत्री ने सराहना की।
पर्यटन विभाग एवं जल संसाधन विभाग, जिला झाबुआ ने पर्यटन और सतत परिवर्तन विषय पर प्रदर्शनी लगाई।
महिला एवं बाल विकास विभाग की थीम रही कुपोषण मुक्त झाबुआ एवं मन से आभार।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की प्रदर्शनी का केंद्र रहा महिला किसान उन्नति की ओर एवं ऑर्गेनिक कॉटन से किसानों की आर्थिक सुदृढ़ता।
जिला उद्योग केंद्र एवं उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण विभाग की थीम रही छोटे उद्योग-नारी शक्ति-सशक्त भारत।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, झाबुआ ने टोमेटो क्लस्टर पेटलावद पर जानकारी दी।
आयुष विभाग ने झाबुआ के संजीवक थीम पर प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका परियोजना ने स्वालंबन की ओर बढ़ते कदम थीम पर कार्य प्रस्तुत किया।
नगर परिषद झाबुआ ने हमारा मिशन—कचरा रहित जीवन पर प्रदर्शनी लगाई।
मुख्यमंत्री ने इन सभी विभागों की योजनाओं और जिले की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि “झाबुआ विकास और आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह जिले की जनशक्ति और सरकार की संयुक्त प्रतिबद्धता का परिणाम है।”
दिव्यांगों को मोटर साइकिल और हितग्राहियों को ई-स्कूटी भेंट
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने सामाजिक सरोकारों पर विशेष ध्यान देते हुए 11 दिव्यांगजन हितग्राहियों को चार पहिया पेट्रोल चलित मोटर साइकिल भेंट की। ये मोटर साइकिल दानदाताओं और दिव्यांगजनों के संयुक्त अंशदान से खरीदी गई थीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उनकी सुविधा और सम्मान में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।”
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ई-स्कूटी योजना अंतर्गत जिले की पात्र हितग्राहियों को ई-स्कूटी भी वितरित की। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल परिवहन की सुविधा देगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान साबित होगी।
जनता से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उपस्थित जनता से संवाद करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य हर वर्ग तक विकास का लाभ पहुँचाना है। उन्होंने आदिवासी बहुल क्षेत्र झाबुआ के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन क्षेत्र में विशेष योजनाएँ लागू करने की जानकारी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि झाबुआ की परंपरागत संस्कृति, कला और जीवनशैली प्रदेश और देश दोनों के लिए गौरव का विषय है। “झाबुआ के लोग मेहनती हैं और अपनी संस्कृति के प्रति समर्पित हैं। यही इस क्षेत्र की असली ताकत है, जिसे राज्य सरकार और अधिक सशक्त बनाने का कार्य कर रही है।”
आदिवासी संस्कृति का सम्मान
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आदिवासी संस्कृति को समृद्ध धरोहर बताया। उन्होंने ढोल-मांदल की थाप पर शामिल होकर यह संदेश दिया कि प्रदेश सरकार आदिवासी परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पर्यटन के क्षेत्र में झाबुआ और पेटलावद को विशेष पहचान दिलाने के लिए योजनाएँ लागू की जाएँगी। इससे न केवल स्थानीय रोजगार सृजित होंगे बल्कि जिले की सांस्कृतिक विरासत को भी व्यापक स्तर पर प्रचारित करने का अवसर मिलेगा।
विकास की ओर बढ़ते कदम
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि झाबुआ जिले में कृषि, महिला सशक्तिकरण, छोटे उद्योगों, पर्यटन और शिक्षा को लेकर जो योजनाएँ चलाई जा रही हैं, वे आने वाले समय में जिले की तस्वीर बदल देंगी। उन्होंने विभागीय प्रदर्शनों की सराहना करते हुए कहा कि यह योजनाएँ केवल कागज तक सीमित न रहें, बल्कि इनके वास्तविक लाभ जनता तक पहुँचे, यह सुनिश्चित करना सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी है।
समारोह में उमड़ा जनसैलाब
मुख्यमंत्री के स्वागत और कार्यक्रम में भारी संख्या में आमजन, जनप्रतिनिधि, अधिकारी व सामाजिक संगठन के सदस्य उपस्थित रहे। लोगों ने बड़े उत्साह और जोश के साथ मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। पूरा वातावरण उत्साह और उल्लास से सराबोर था।
पेटलावद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह आगमन न केवल विकास योजनाओं और सरकारी पहलों की झलक लेकर आया, बल्कि आदिवासी संस्कृति के सम्मान और सामाजिक सरोकारों को भी उजागर करता है। दिव्यांगजनों को मोटर साइकिल और हितग्राहियों को ई-स्कूटी वितरण से जहाँ समाज में आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का संदेश गया, वहीं विभागीय प्रदर्शनियों ने जिले की संभावनाओं और उपलब्धियों को सामने रखा।
उक्त आयोजन जनता और सरकार के बीच संवाद एवं विश्वास की कड़ी को और मजबूत करने वाला साबित हुआ।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla




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