स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में पेटलावद की ऐतिहासिक उपलब्धि
राष्ट्रीय स्तर पर 126वीं रैंक, जिले में पहला स्थान और स्टार रैंकिंग प्राप्त कर रचा नया इतिहासपेटलावद (जितेश विश्वकर्मा)
स्वच्छता के क्षेत्र में निरंतर प्रयास और समर्पण के चलते नगर परिषद पेटलावद ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पूरे देशभर की 2035 नगर परिषदों में से पेटलावद ने 9451 अंकों के साथ 126वां स्थान प्राप्त किया है। यह जिले में सर्वोच्च रैंकिंग है, जिससे पेटलावद को झाबुआ जिले में प्रथम स्थान मिला है। साथ ही प्रदेश स्तर पर भी नगर परिषद ने 103वीं रैंक हासिल कर अपने कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठता का परिचय दिया है। इस उपलब्धि के साथ ही नगर परिषद को स्टार रैंकिंग से भी नवाजा गया है।
जागरूकता, परिश्रम और समर्पण का मिला फल
उक्त उपलब्धि के पीछे नगर परिषद के सफाई मित्रों की कड़ी मेहनत, अधिकारियों की कार्यकुशलता और जनप्रतिनिधियों का समर्पण रहा। इसके साथ ही नगरवासियों की सक्रिय भागीदारी और स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी इस सफलता का आधार बनी। सभी के संयुक्त प्रयासों से पेटलावद ने राष्ट्रीय मंच पर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद ने विभिन्न स्तरों पर लगातार प्रयास किए-
- घर-घर कचरा संग्रहण में 100% लक्ष्य प्राप्त किया गया।
- 2000 नागरिकों से फीडबैक के दौरान स्वच्छता को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं।
- घर से ही कचरा पृथक्करण (सूखा और गीला कचरा अलग-अलग) को प्रभावशाली तरीके से लागू किया गया।
- कबाड़ से जुगाड़, बगीचों का निर्माण, नालियों की नियमित सफाई,
- रात्रिकालीन सफाई अभियान, और
- कचरे से खाद निर्माण प्लांट की स्थापना जैसे कदम उठाए गए।
उक्त सब प्रयास न केवल स्वच्छता की दिशा में उल्लेखनीय रहे, बल्कि देशभर के अन्य निकायों के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं।
जन-जागरूकता अभियान बना परिवर्तन की कुंजी
मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती आशा जितेन्द्र भण्डारी ने बताया कि नगर परिषद ने स्वच्छता को लेकर निरंतर जन-जागरूकता अभियान चलाए। प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर नागरिकों को स्वच्छता के महत्व के बारे में समझाया गया।
नाले-नालियों की नियमित सफाई, वार्ड स्तरीय बैठकों के माध्यम से जागरूकता का प्रसार और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को स्वच्छता अभियान से जोड़ना इस मुहिम का हिस्सा रहा।
मंत्री और प्रशासनिक मार्गदर्शन रहा मजबूत आधार
स्थानीय विधायक और मध्यप्रदेश शासन की मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया तथा झाबुआ कलेक्टर श्रीमती नेहा मीना के मार्गदर्शन में वर्षभर स्वच्छता को लेकर अनेक छोटे-बड़े अभियान चलाए गए। इनमें "स्वच्छता ही सेवा", "प्लास्टिक मुक्त भारत", "हर रविवार सफाई यार" जैसे कार्यक्रमों को विशेष प्राथमिकता दी गई।
टीम नेटवर्किंग और संसाधनों का श्रेष्ठ उपयोग
मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि सीमित संसाधनों और कम जनशक्ति के बावजूद टीम नगर परिषद ने जो समर्पण दिखाया, वह अनुकरणीय है। उन्होंने बताया कि कर्मचारी कम होने के बावजूद नागरिकों के सहयोग से यह कार्य संभव हो सका। टीमवर्क, अनुशासन और नियमित निगरानी ने मिलकर इस अभियान को प्रभावशाली बनाया।
ओडीएफ प्लस की दिशा में अग्रसर
नगर परिषद पेटलावद अब ODF+ (Open Defecation Free Plus) की दिशा में भी लगातार कार्य कर रही है। सार्वजनिक शौचालयों का रखरखाव, गंदगी मुक्त गली अभियान और ठोस-तरल कचरा प्रबंधन जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
समाज और नागरिकों से मिला सहयोग
नगर परिषद की इस अभूतपूर्व सफलता पर नगर के नागरिकों, सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, स्वच्छता प्रहरियों और समाजसेवियों ने परिषद की पूरी टीम को बधाइयाँ दी हैं। यह रैंकिंग केवल नगर परिषद की नहीं, बल्कि पूरे नगर की सामूहिक उपलब्धि है।
स्वच्छता में पेटलावद का संकल्प
मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती भण्डारी ने कहा, "यह सफलता हम सभी की है। हमारा प्रयास रहेगा कि आने वाले समय में भी स्वच्छता के प्रति जनभागीदारी बनी रहे और हम पेटलावद को देश के टॉप 100 नगर परिषदों में शामिल करें।"
पेटलावद नगर परिषद की यह उपलब्धि यह साबित करती है कि अगर संकल्प और समर्पण हो तो सीमित संसाधनों में भी बड़े लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। स्वच्छता केवल एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि जनआंदोलन है – यह बात पेटलावद ने साबित कर दी है।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla


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