झाबुआ में ऑनलाइन ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही

पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री अगम जैन के मार्गदर्शन में

ऑनलाइन ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही कर साइबर सेल झाबुआ ने आवेदक को 47,000/-रू. वापस दिलवाए

झाबुआ. ऑनलाइन ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही कर साइबर सेल झाबुआ ने आवेदक को 47,000/-रू. वापस दिलवाए। पुलिस अधीक्षक अगम जैन के मार्गदर्शन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे के निर्देशन में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की गयी। 

झाबुआ साइबर सेल ने आवेदक के 47,000/–  रूपये वापस ऑनलाइन ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही कर साइबर सेल झाबुआ ने आवेदक के 47,000/-रू. वापस कराए। 

आवेदक पंकज कुमार तोमर के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति ने क्रेडिट कार्ड वेरीफिकेशन एवं कार्ड चालू करने का बोलकर OTP मांगा। OTP देने पर आवेदक के खाते से रूपये कट गये। उसी समय आवेदक ने सायबर सेल झाबुआ से संपर्क किया जिस पर सायबर सेल झाबुआ की पुलिस टीम द्वारा संबंधित बैंक एवं वॉलेट से संपर्क कर आवेदक के 47,000/-रू. सकुशल वापस कराए गए।

साइबर सलाह:-

कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी के साथ अपनी बैंक संबंधी जानकारी शेयर न करे।

किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड /ATM कार्ड नंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।

गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।

अनजान लिंक पर क्लिक न करे।

सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर को लॉक व सिक्योर करके रखे।

हमेशा 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे।

बैंकिंग App  में लॉक लगा के रखे।

अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे।

किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, SMS, लोकेशन) परमिशन न दे।

बैंक फ्रॉड होने पर तुरंत हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करे।

ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्स आदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें।

नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।

किसी को भी अपना मोबाइल न दे।

फेसबुक और व्हाट्सएप मैसेंजर का उपयोग कर युवक/युवतियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर, की जा रही फिरौती की मांग से बचे।

सायबर अपराधी आपका परिचित बनकर मोबाइल के माध्यम से बात करते है और आपके खाते में पैसे डलवाने के बारे में बोलकर आपको झासे में लेकर उल्टे आपके खाते को खाली कर देते है। अपने परिचितों के कहने पर भी बे-वजह अपने खुद के खाते में पैसे नहीं डलवाने है व ना ही बैंक से संबंधित कोई गोपनीय सूचना दूसरे व्यक्ति को बताना है।

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