पूज्य जैन संत म.सा. पर काफी अभद्र भाषा मे कमेंट किये गये, अपशब्दों का उपयोग किया: समग्र जैन समाज की और से दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु ज्ञापन दिया गया
थांदला. सकल जैन समाज थांदला द्वारा एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक महोदय जिला झाबुआ म.प्र. के नाम दिनांक 03-06-2023 को एसडीओपी रविंद्र राठी को जैन संत से अभद्र व्यवहार एवं टिप्पणी को लेकर विरोध स्वरूप दोषियों पर कार्यवाही किये जाने के सम्बन्ध में दिया गया।ज्ञापन में समग्र जैन समाज की ओर से जितेंद्र घोड़ावत ने वाचन कर बताया कि समग्र जैन समाज द्वारा आपको विदित किया जाता है की जैन संत अपने नित्य कर्म हेतु जंगल जाते है। मार्ग में एक समुदाय विशेष के युवको द्वारा ईदगाह मार्ग पर जाकर जैन संत के साथ अभद्र व्यवहार लगातार तीन दिनों तक किया गया एवं अभद्र टिप्पणी की गई। जैन संत करुणा और क्षमा के सागर है, इस नाते उन्होंने समाजजन को यह बात अवगत नहीं करवाई। चोथे दिन भी पुनः अभद्र टिप्पणी मार्ग रोक कर की गई जिसकी जानकरी समाज जन को होने पर समाज में भारी आक्रोश है।
प्रशासन तत्काल कार्यवाही कर दोषियों को दंडित करें एवं ऐसी घटना की पुनरावृति न हो ऐसे व्यापक इंतजाम किये जावे।
ज्ञापन समग्र जैन समाज की ओर से श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ अध्यक्ष जितेन्द्र कमलाकांतजी घोड़ावत एवं सचिव प्रदीप गादीया, दिगंबर जैन समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, श्री मूर्तिपूजक जैन श्री संघ अध्यक्ष कमलेश जैन (दायजी) एवं श्री तेरापंथ जैन महासभा अध्यक्ष अभय रुनवाल कि और से सयुंक्त रूप से ज्ञापन की प्रतिलिपी अनुविभागीय अधिकारी महोदय राजस्व थांदला एवं थाना प्रभारी महोदय थांदला को दी गई।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार तीन दिन पूर्व 31 मई को जैन साधुजी सुभेष मुनिजी म.सा. शाम को जंगल हेतु (नित्यकर्म निवर्ती) गए थे, जो रास्ता स्थानक भवन से कब्रिस्तान के पास वाले सरकारी मैदान के रास्ते से होते हुये लिमड़ी रोड पर स्थित ईट-भट्टो की तरफ जाता है। वहाँ वर्ग विशेष के कुछ लड़के रोज क्रिकेट खेलते है। उस दिन जब म.सा. जंगल जा रहे थे, तब उन वर्ग विशेष के कुछ असभ्य लड़को ने बिना किसी कारण पूज्य संत म.सा. पर काफी अभद्र भाषा मे कमेंट किये, उनको काफी परेशान कर अपशब्दों का उपयोग किया। संत शांत भाव से आगे बढ गए तो, उनके पीछे पीछे 5-7 लड़के 2 बाइक लेकर मेन लिमडी - रोड़ तक परेशान करते हुए आये। आज तक थांदला के इतिहास में ऐसी घटना कभी नही हुई कि जैन-संतो को किसी भी सम्प्रदाय द्वारा परेशान किया गया हो, या कोई कमैंट्स किया गया हो। अपने त्यागमय जीवन के कारण वह सभी के लिए पूजनीय रहे हैं।
उक्त कृत्य विचारणीय हे कि इस बात की क्या गारंटी है कि आज के बाद ऐसी हरकत नही होगी ? अगर आज इस घटना का सही तरीके से निराकरण नही किया गया तो भविष्य में ऐसी ही या बड़ी घटना घटित हो सकती है ?
जैन संतो के साथ हुई अभद्र घटना को लेकर अन्य धर्मावलंबियों ने भी अपना आक्रोश जताया। घटना के संबंध में दिनांक 3.6.23 शनिवार शाम को 4 बजे समग्र जैन समाज के पधाधिकारी एवं मंडल के सदस्य ने अपना व्यवसाय प्रतिष्ठान बंद करके आजाद चौक पर भारी संख्या में सभी एकत्रित होकर पुलिस थाना थांदला जाकर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया।


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