एक मुहुर्त के अंदर ही पाप को स्वीकार करने वाला भगवान बन सकता है:परम् पूज्यगुलाब मुनिजी म.सा.
🙏🙏🙏😷🙏🙏🙏 प्रवचन प्रभावक,संयम सुमेरु,जन-जन की आस्था के केंद्र, तपस्वीराज पूज्य गुरुदेव श्री गुलाबमुनि जी महाराज साहब, सेवाभावी पूज्य श्री कैलाश मुनिजी म.सा., पूज्य श्री प्रदीप मुनिजी म. सा., पूज्य श्री अर्पितमुनिजी म.सा., पूज्य श्री कपिलमुनिजी म. सा. ठाणा 5 छनेरा नया हरसूद विराजित है 🙏🙏🙏 धर्मदास संप्रदाय के प्रवचन प्रभावक, संयमसुमेरु, जन-जन की आस्था के केंद्र, प्रखर वक्ता, आगम एवं कर्म सिद्धांत के ज्ञाता परम् पूज्य गुरुदेव श्री गुलाबमुनिजी म.सा.ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए फरमाया कि "एक मुहुर्त के अंदर ही पाप को स्वीकार करने वाला भगवान बन सकता है" आपने कहा कि हमे अपनी भूल को, गलतियो को, पाप को स्वीकार करना चाहिए एक मुहुर्त के अन्दर ही पाप को स्वीकार करने वाला भगवान बन सकता है जो पाप कर्म किये है उन्हे तहे दिल से स्वीकार किया तो पुण्य कर्म बढ़ते है जीव भी प्रायः पाप कर्म उदय आने पर गुरु के चरणों मे आता है बैंक से लोन लिया और समय पर नही भरा तो पेनल्टी देनी होती है ऐसा ही सद्कर्म नही किये तो पाप कर्म का उदय होता है कर्म का भुगतान राजा हो, रंक हो कोई भी हो सभी को करना पड़ता है अगर दुःख से बचना है तो अपराधों को स्वीकार करो कब कौनसी घटना घटित हो जावेगी नही पता कब कौन मित्र बन जावेगा कौन दुश्मन बन जावेगा पता नही पता नही कल क्या होगा सावधान रहें जीवन मे सावधानी रखें सावधानी रहेगी तो पेट का पानी हिलाये बिना गाड़ी गड्डे से निकाल लोगे भूतकाल को रोना नही "वर्तमान सुधारो भविष्य सुधर जावेगा" दुःख दूर नही करना है दुख का कारण दूर करना है पाप का टेंडर खुल गया तो कुछ बदलने वाला नही है आपने अंत मे कहा कि जीव को साता पहुचाओ अभयदान दो सभा को पूज्य कैलाशमुनिजी म सा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन मे शांति चाहते हो तो तीन बाते ध्यान रखना अपने स्वभाव को सुधारो, सदभाव को बढ़ाओ, समभाव में पधारो संकलनकर्ता :- संतोष कटारिया छनेरा नया हरसूद, सुनील जैन सोनू, रानू जैन एवं स्वाध्यायीडा. निधि जैन 🌹विशेष आग्रह🌹 कृपया मुख वस्त्रिका साथ में रखें, संघ गुरुदेव के दर्शनार्थ पधारें तो एक दिन पूर्व सूचना करें सा. 🙏सम्पर्क सूत्र🙏 सोनू जैन- 9926043541 राजेंद्र बनवट- 9926380890 मुकेश बनवट- 9926636779 केवलचंद जी बरड़िया- 9926898055 संतोष कटारिया- 9826058068 🙏जय जिनेन्द्र🙏
0 टिप्पणियाँ