स्वच्छ भारत मिशन को बढ़ावा: पेटलावद में कचरा निस्तारण परियोजना को मंजूरी
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पेटलावद को मिलेगी स्वच्छता की नई पहचान, शुरू होगा कचरा निस्तारण कार्य |
सम्यक दृष्टि न्यूज़, जितेश विश्वकर्मा
पेटलावद. नगर को स्वच्छ, सुंदर और रहने योग्य बनाने की दिशा में नगर परिषद पेटलावद ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। वर्षों से ट्रेंचिंग ग्राउंड में जमा कचरे के निस्तारण हेतु अब ठोस पहल की गई है। नगर परिषद ने ‘लीगेसी वेस्ट डंपसाइट रेमेडिएशन परियोजना’ के अंतर्गत पुराने कचरे के वैज्ञानिक निपटान के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है और कार्य शीघ्र प्रारंभ होने वाला है।
नगर के विभिन्न वार्डों से प्रतिदिन निकलने वाले कचरे को अब तक ट्रेंचिंग ग्राउंड में ही डंप किया जाता रहा है। इस कचरे का कोई व्यवस्थित या वैज्ञानिक निपटान नहीं हो पा रहा था, जिससे न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा था, बल्कि आसपास के रहवासियों को भी दुर्गंध, मच्छर व अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इन सभी समस्याओं के समाधान के रूप में नगर परिषद द्वारा यह परियोजना क्रियान्वित की जा रही है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) श्रीमती आशा जितेन्द्र भण्डारी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार ‘लीगेसी वेस्ट’ के निस्तारण हेतु इस परियोजना को स्वीकृति दी गई है। उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और यह कार्य भोपाल की एक अनुभवी कंपनी को सौंपा गया है। यह कंपनी आधुनिक मशीनों और तकनीकों की मदद से वर्षों से जमा कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन करेगी।
सीएमओ भण्डारी ने आगे कहा कि कार्य का विधिवत शुभारंभ प्रदेश की लोकप्रिय मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के कर-कमलों से किया जाएगा। इसके बाद समयबद्ध तरीके से यह कार्य शुरू होगा और तय समय सीमा में इसे पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 1 करोड़ 26 लाख 39 हजार रुपये अनुमानित की गई है, जो कि पूरी तरह शासन द्वारा स्वीकृत है।
नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती ललिता गामड़ और उपाध्यक्ष श्रीमती किरण संजय कहार ने बताया कि यह परियोजना नगर की स्वच्छता व्यवस्था को एक नई दिशा देने वाली है। उन्होंने कहा कि कार्यादेश जारी होने के बाद कंपनी को यह निर्देश दिए जाएंगे कि बारिश पूर्व ही निस्तारण का कार्य प्रारंभ कर लिया जाए ताकि बरसात के समय कार्य प्रभावित न हो और कचरा पूरी तरह से हटाया जा सके।
उपाध्यक्ष श्रीमती कहार ने कहा कि परिषद यह सुनिश्चित करेगी कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और स्थानीय नागरिकों को इस प्रक्रिया से कोई असुविधा न हो। पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांत पर कार्य की मॉनिटरिंग की जाएगी।
माननीय मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के प्रयासों की सराहना करते हुए नगर परिषद के सदस्यों ने कहा कि उन्हीं के प्रयासों से यह महत्वाकांक्षी परियोजना शासन स्तर पर स्वीकृत हो पाई है। मंत्री सुश्री भूरिया ने भी स्वच्छ भारत मिशन और राज्य सरकार की स्वच्छता नीति को गंभीरता से अपनाते हुए पेटलावद नगर को इस परियोजना के माध्यम से एक नई शुरुआत दी है।
इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद न सिर्फ ट्रेंचिंग ग्राउंड कचरा मुक्त हो जाएगा, बल्कि इससे नगर के सौंदर्य में भी वृद्धि होगी। यह कार्य स्वच्छता रैंकिंग में नगर को बेहतर स्थान दिलाने में सहायक होगा। साथ ही नागरिकों को एक स्वच्छ, रोगमुक्त वातावरण मिलेगा जो सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नगर के समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और नगर परिषद की पहल की सराहना की है। सभी का मानना है कि अगर इस तरह की योजनाएं प्रभावी तरीके से लागू होती रहें तो पेटलावद स्वच्छता और पर्यावरण के क्षेत्र में एक मॉडल नगर बन सकता है।
वर्षों से उपेक्षित ट्रेंचिंग ग्राउंड का कचरा अब निस्तारित किया जाएगा। यह पहल न केवल नगर की सफाई में मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि जनस्वास्थ्य और पर्यावरण की दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी होगी। नगर परिषद पेटलावद द्वारा उठाया गया यह कदम निश्चित ही नगर के सुनहरे भविष्य की आधारशिला रखेगा।
Dr.Talera's Multi-speciality Dental Clinic, Thandla
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